सहरिया और काथोड़ी जनजाति क्या है ? इसमें कौन-कौन आता है:- राजस्थान में अभी फिलहाल खाद्य सुरक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हुए हैं जो कि सिर्फ सहरिया और काथोड़ी जनजाति के लोगों के लिए ही शुरू किए हैं। इस वजह से कई लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि सहरिया और काथोड़ी जनजाति क्या है ? तथा इसमें कौन-कौन आता है ? इसके अलावा हो सकता है आपने सहरिया और काथोड़ी जनजाति का नाम कहीं और से सुना हो और आप इसके बारे में जानना चाहते हो। कारण चाहे जो भी हो इस लेख को पढ़ने के बाद आपको इस जनजाति के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी इसलिए इसे अंत तक पढ़े।
सहरिया और काथोड़ी जनजाति के बारे में जानने से पहले आपको यह पता होना जरूरी है की जनजाति क्या होती है ?
सहरिया और काथोड़ी जनजाति क्या है ?
जनजाति या अनुसूचित जनजाति में ऐसे लोग आते हैं जो कि जंगलों में या पहाड़ी क्षेत्र में रहते हैं। ऐसे लोगों को आदिवासी भी कहा जाता है। यह लोग आधुनिक जीवन शैली से अलग अपनी पुरानी परंपरागत जीवनशैली अपना कर रखते हैं। जैसा जीवन उनके पूर्वज जीते थे यह अभी भी वैसा ही जीवन यापन करते हैं।
जनजाति कई प्रकार की होती है जिसमें कई प्रकार के समाज या जाति के समूह आते हैं। राजस्थान में पाई जाने वाली कुछ जनजातियों के नाम भील, मीणा, गरासिया, डामोर, काथोड़ी तथा सहरीया जनजाति है।
सहरिया और काथोड़ी जनजाति में कौन आता है ?
सहरिया जनजाति मुख्य रूप से बारां जिले में पाई जाती है। इस जनजाति के लोग मुख्यरूप से जंगलों तथा पहाड़ी क्षेत्र में निवास करते हैं तथा काथोड़ी जनजाति मुख्य रूप से उदयपुर तथा इसके आसपास के क्षेत्र में पाई जाने वाली जनजाति है।
FAQ
सहरिया जनजाति कहां पाई जाती है ?
सहरिया जनजाति मुखरूप से राजस्थान के बारां जिले में पाई जाती है।
काथोड़ी जनजाति कहां पाई जाती है ?
काथोड़ी जनजाति राजस्थान के उदयपुर जिले में पाई जाती है।
तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको सहरिया तथा काथोड़ी जनजाति के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अगर इस जनजाति से संबंधित आपका अभी भी कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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