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रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट में क्या अंतर होता है ?

What is the difference between regular and non-collegiate student in hindi:- जब भी कॉलेज लेवल की किसी कक्षा के एडमिशन फॉर्म भरे जाते हैं या परीक्षा फॉर्म भरे जाते हैं या फिर जब कॉलेज की किसी कक्षा का परीक्षा टाइम टेबल आता हैं या एडमिट कार्ड आता हैं तब आप सभी ने Regular, Private, Non-collegiate तथा Ex-student जैसे शब्द जरूर सुने होंगे।

इसके अलावा जब 12वीं पास करने के बाद हम कॉलेज में एडमिशन लेने के बारे में सोचते हैं तब भी हमसे पूछा जाता है कि आप कॉलेज में रेगुलर स्टूडेंट के रूप में पढ़ाई करना चाहते हैं या फिर प्राइवेट स्टूडेंट के रूप में। तब बहुत सारे विद्यार्थी कंफ्यूज हो जाते हैं क्योंकि ज्यादातर स्टूडेंट्स को यह पता नहीं होता है कि रेगुलर, प्राइवेट, नॉन कॉलेजिएट और एक्स स्टूडेंट का मतलब क्या होता है ? तथा इनमें क्या अंतर होता है ? 

अगर आप भी इनके बारे में नहीं जानते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। इस लेख में आपको कॉलेज में पढ़ने वाले हर एक प्रकार के स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी दी जाएगी। तो चलिए हम बारी-बारी से इन सभी के बारे में जान लेते हैं।

स्टूडेंट कैटेगरी में सबसे पहले रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट का नाम आता है इसलिए चलिए सबसे पहले इन्हें के बारे में जानते है।

रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट में क्या अंतर होता है ?


Regular स्टूडेंट कौन होता है ?

रेगुलर स्टूडेंट ऐसे विद्यार्थियों को कहा जाता है जो कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद रोज कॉलेज जाते है और रोज अपनी क्लास अटेंड करते है। इसके अलावा वो कॉलेज में होने वाली हर एक एक्टिविटी में शामिल हो सकते है और जब इनकी परीक्षा लगती है तो ये परीक्षा भी देते है।


Private स्टूडेंट कौन होता है ?

प्राइवेट स्टूडेंट ऐसे विद्यार्थियों को कहा जाता है जो की कॉलेज में पढ़ाई करने के लिए रोज नही जाते है और ना ही कॉलेज के किसी कार्यक्रम में शामिल होते है। प्राइवेट स्टूडेंट कॉलेज में सिर्फ और सिर्फ परीक्षा देने के लिए जाते हैं बाकी की पढ़ाई वो घर पर रहकर ही करते हैं। आपको बता दें कि प्राइवेट स्टूडेंट्स को भी रेगुलर स्टूडेंट की तरह परीक्षा टाइम टेबल आने पर रेगुलर स्टूडेंट के साथ परीक्षा देनी पड़ती है।


Non-collegiate स्टूडेंट कौन होता है ?

Non-collegiate का मतलब होता है ऐसे विद्यार्थी जिनका कॉलेज से संबंध ना हो या जो कॉलेज नहीं जाते हो। दूसरे शब्दों में कहें तो प्राइवेट स्टूडेंट को ही non-collegiate स्टूडेंट कहा जाता है।


Ex-student कौन होता है ?

आपने Ex-student का नाम भी बहुत बार सुना होगा। Ex-student ऐसे विद्यार्थियों को कहा जाता है जो कि किसी समय में कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट रहे हो लेकिन किसी कारण से उन्हें बीच में पढ़ाई छोड़ने पड़ी हो और अभी वह दोबारा से पढ़ाई कर रहे हो, ऐसे स्टूडेंट को एक्स स्टूडेंट कहा जाता है। Ex-student के बारे में विस्तार से हमने एक दूसरे आर्टिकल में बताया है आप चाहे तो वह आर्टिकल पढ़ सकते हैं।


रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट में क्या अंतर होता है ?

रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट में अंतर सिर्फ इतना होता है कि रेगुलर स्टूडेंट रोज कॉलेज में पढ़ाई करने के लिए जाते हैं जबकि प्राइवेट स्टूडेंट सिर्फ परीक्षा देने के लिए कॉलेज में जाते हैं, बाकी समय वह घर पर या किसी अन्य स्थान पर रहकर अपना काम करते हैं बाकी रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट का कोर्स, उनके सब्जेक्ट, एग्जाम पैटर्न सभी एक समान ही रहता है तथा इनका एग्जाम भी एक साथ लगता है।


FAQ

क्या रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट के सब्जेक्ट अलग-अलग होते हैं ?

नहीं, रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट के सब्जेक्ट एक समान होते हैं तथा उनकी परीक्षा का पैटर्न भी एक समान ही रहता है।

Non-collegiate किसे कहते हैं ?

ऐसे विद्यार्थी जो कि सिर्फ परीक्षा देने के लिए कॉलेज में जाते हैं उन्हें नॉन कॉलेजिएट कहा जाता है।

Private और Non-collegiate में क्या अंतर होता है ?

प्राइवेट और Non-collegiate स्टूडेंट एक ही होते हैं बस इन्हे दो अलग-अलग नाम से जाना जाता है।

हमें कॉलेज पढ़ाई रेगुलर करनी चाहिए या प्राइवेट ?

यदि आप पर घर की जिम्मेदारी है तथा आप साथ में कोई काम भी करना चाहते हैं तो आपको प्राइवेट स्टूडेंट के रूप में पढ़ाई करनी चाहिए। वहीं अगर आप पर किसी भी प्रकार की फाइनेंशियल जिम्मेदारी नहीं है तो आपको रेगुलर स्टूडेंट के रूप में पढ़ाई करनी चाहिए।

रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट में से बेहतर कौन होता है ?

रेगुलर स्टूडेंट को प्राइवेट स्टूडेंट के मुकाबले ज्यादा नॉलेज होता है क्योंकि वह रोज कॉलेज में जाकर अध्यापकों द्वारा सिखाई गई नई-नई चीज सीखता है जबकि प्राइवेट स्टूडेंट खुद के दम पर ही पढ़ाई करता है इसलिए रेगुलर स्टूडेंट को ज्यादा बेहतर माना जाता है।

क्या कॉलेज के सभी कोर्स प्राइवेट स्टूडेंट के रूप में किया जा सकते हैं ?

नहीं ऐसे बहुत सारे कोर्स है जिन्हें सिर्फ रेगुलर स्टूडेंट के रूप में ही किया जा सकता है।

तो दोस्तों अभी आपको पूरी जानकारी हो गई होगी की रेगुलर और प्राइवेट स्टूडेंट में क्या फर्क होता है ? अगर आप ऐसे ही किसी अन्य टॉपिक के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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