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Crop Cutting क्या होती है ? क्रॉप कटिंग कैसे होती है ?

What is crop cutting full information in hindi:- हमारे देश में ज्यादातर किसान बारिश आधारित कृषि करते हैं। अगर हम राजस्थान की बात करें तो राजस्थान में अभी सितंबर अक्टूबर का महीना चल रहा है और हर साल इन महीनों में राजस्थान में बाजरा, मूंग, मोठ और गवार जैसी फसलों की कटाई शुरू हो जाती है। तो जब भी फसलों की कटाई का समय आता है तब आपने क्रॉप कटिंग शब्द को जरुर सुना होगा। अगर आप नहीं जानते हैं कि Crop Cutting क्या होती है ? क्रॉप कटिंग का मतलब क्या होता है ? क्रॉप कटिंग कैसे होती है ? तो यह लेख आपके काम का है। अगर आप एक किसान है या आपके परिवार में कोई किसान है तो आपको यह लेख अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि आपको क्रॉप कटिंग के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है।


Crop Cutting क्या होती है ?

Crop Cutting के बारे में जाने से पहले हम आपको यह बताना चाहेंगे की हमारे देश में हर चीज का बीमा होता है वैसे ही फसलों का भी बीमा होता है। अगर आपने अपने खेत पर केसीसी ले रखी है तो आपके खेत का फसल बीमा KCC के साथ ही कर दिया जाता है। वहीं अगर आपने केसीसी नहीं ले रखी है तब भी आप फसल बीमा योजना का फॉर्म भरवा सकते हैं। फसल बीमा करवाने के बाद अगर किसी साल आपकी फसल खराब हो जाती है तो आपको फसल खराब होने की स्थिति में बीमा के रूप में सरकार द्वारा कुछ सहायता राशि दी जाती है।

अगर हम क्रॉप कटिंग की बात करें तो यह भी फसल बीमा योजना से जुड़ी हुई एक प्रक्रिया है। हर साल जब भी फसलों की कटाई होना शुरू हो जाती है तो सरकार द्वारा हर एक पटवार मंडल में हुई फसल के प्रशिक्षण हेतु अधिकारियों को भेजा जाता है, वे अधिकारी चेक करते हैं की कौनसे पटवार मंडल में फसल जमीन के हिसाब से कितनी हुई है ? इसी प्रक्रिया को क्रॉप कटिंग कहते है। अगर फसल सरकार द्वारा तय की गई सीमा से कम हुई हो तो सरकार द्वारा किसानों को फसल बीमा योजना के तहत सहायता राशि दी जाती है। वही अगर फसल अच्छी हुई हो तो किसानों को सहायता राशि नहीं दी जाती है। चलिए इसको एक उदाहरण से समझते है।

जैसे कि मान लीजिए सरकार ने एक बीघा जमीन पर बाजरे की औसतन फसल 1 क्विंटल कर रखी है। अभी अगर किसान के खेत में एक बीघा जमीन के हिसाब से 1 क्विंटल बाजरा या इससे अधिक हुआ है तो इसका मतलब है की फसल अच्छी हुई है और किसान को मुआवजा देने की जरूरत नहीं है। वही अगर खेत में एक बीघा जमीन पर एक क्विंटल बाजरा से कम फसल होती है तो जितनी फसल कम हुई है उतना मुआवजा आपको मिलेगा। जैसे कि मान लीजिए आपके खेत में एक बीघा जमीन में सिर्फ आधा क्विंटल बाजरा ही हुआ है तो ऐसे में आपको जो आधा क्विंटल बाजरा कम हुआ है उसका मुआवजा दिया जाएगा। ठीक ऐसे ही अगर आपकी फसल पूरी ही खराब हो गई है तो सरकार द्वारा आपको पूरा का पूरा एक बीघा का एक क्विंटल बाजरे के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा।

यहां पर बाजरे की फसल का हमने सिर्फ उदाहरण दिया है सरकार द्वारा लगभग सभी फसलों के लिए सहायता राशि प्रदान की जाती है। हां हर एक फसल के लिए बीघा के हिसाब से अनाज की क्वांटिटी कम या ज्यादा हो सकती है।


क्रॉप कटिंग कैसे होती है ?

हर साल जब भी फसलों की कटाई होना शुरू होती है तो सरकार द्वारा हर एक पटवार मंडल में कोई भी 4 अलग-अलग खेतों के खसरा नंबर उस क्षेत्र के कृषि पर्यवेक्षक अधिकारी को भेजे जाते है। अगर किसी पटवार मंडल में कृषि पर्यवेक्षक अधिकारी ना है तो सरकार उस क्षेत्र के पटवारी को उन 4 खेतों के खसरा नंबर भेजती है। इसके बाद कृषि पर्यवेक्षक अधिकारी बारी-बारी से उन चारों खेतों में जाता है और उन खेतों में कोई भी 5/5 मीटर का एरिया सेलेक्ट करता है और उसमें फसल की कटाई करके अनाज को निकलता है। फिर उस अनाज को तोल कर रजिस्टर में लिख लेता है। इसी प्रकार वह उन चारों खेतों में यही प्रक्रिया करता है फिर उन चारों खेतों में हुई फसल को मिलाकर उनका एवरेज निकाला जाता है और फिर इसी से उसे पूरे पटवार मंडल के खेतों में हुई फसल का अनुमान लगाया जाता है।

अगर उस क्षेत्र में सरकार द्वारा तय की गई औसतन फसल से कम फसल होती है तो सरकार उस क्षेत्र के सभी किसानों को फसल बीमा योजना के तहत सहायता राशि प्रदान करती है। लेकिन यह राशि सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलती है जिन्होंने फसल बीमा योजना का फॉर्म भरवा रखा हो। अगर आप जानना चाहते हैं की फसल बीमा योजना का फॉर्म कैसे भरवाते हैं ? तो आप यह लेख पढ़ सकते हैं।

तो दोस्तों अभी आप जान गए होंगे कि crop cutting kya hoti hai ? Crop cutting kaise hoti hai ? अगर आपको क्रॉप कटिंग का मतलब क्या होता है ? यह लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं।

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