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नामांतरण क्या होता है ? नामांतरण का मतलब क्या होता है ?

What is Namantaran Full Information in Hindi:- जब भी किसी खेत या जमीन को बेचने या खरीदने की बात आती है या अगर किसी जमीन के मालिक की मृत्यु हो जाए तो उसके बाद उस जमीन को मृत व्यक्ति की उत्तराधिकारी के नाम करवाने की बात आती है तब नामांतरण शब्द का प्रयोग बहुत बार किया जाता है। बहुत सारे लोगों को पता नहीं होता है कि नामांतरण क्या होता है ? नामांतरण का मतलब क्या होता है ? अगर आप भी उन्हीं में से एक है और आप नामांतरण के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं।

इस लेख में हम आपको आसान शब्दों में नामांतरण का मतलब हिंदी में बताने वाले हैं। यह लेख पढ़ने के बाद आप दूसरे लोगों को भी नामांतरण के बारे में जानकारी दे सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि Namantaran kya hota hai ?

नामांतरण क्या होता है ? नामांतरण का मतलब क्या होता है ?


नामांतरण क्या होता है ? नामांतरण का मतलब क्या होता है ?

नामांतरण शब्द का अर्थ ' नाम का स्थानांतरण करना ' होता है अगर हम आसान शब्दों में समझें तो कोई भी जमीन या प्रॉपर्टी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम कराने की प्रोसेस को नामांतरण कहा जाता है।

चलिए इसको कुछ उदाहरणों से समझते हैं। जैसे कि मान लीजिए आप किसी जमीन को खरीदना चाहते हैं और इसके लिए आप उस जमीन के मालिक को पैसे देते हैं। तो अभी उस जमीन के मालिक को अपनी जमीन आपके नाम करवानी पड़ेगी। तो यह जो जमीन का मालिकाना हक बदलने की प्रोसेस होगी या दूसरे शब्दों में कहें तो जमीन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम करवाने की प्रोसेस को नामांतरण कहा जाता है।

दूसरा उदाहरण आप इसे समझ सकते हैं कि कोई व्यक्ति है जिसके नाम जमीन है और अचानक ही उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में मृत्यु के पश्चात उस व्यक्ति के जितने भी उत्तराधिकारी होंगे यानी कि उस व्यक्ति की पत्नी और बच्चे उन सभी उत्तराधिकारी के नाम उस जमीन को करवाया जाएगा और इस प्रोसेस को नामांतरण कहा जाता है।

ऐसी और भी कई स्थितियां होती है जिनमें जमीन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम करवाने की जरूरत पड़ती है किंतु हम उन सभी स्थितियों के बारे में बात नहीं करेंगे क्योंकि अभी हमें उम्मीद है कि आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कि नामांतरण का मतलब क्या होता है ?


नामांतरण कब कब करवाया जाता है ?

जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि जब भी किसी जमीन को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम करवाया जाता है तो इसी प्रोसेस को नामांतरण कहा जाता है। नामांतरण करवाने के कई कारण हो सकते हैं। चलिए हम जानते हैं कि कौन कौन से कारण मुख्य रूप से होते हैं।

> जब कोई जमीन खरीदी या बेची जाए 

> जब जमीन के मालिक की मृत्यु हो जाए 

> जब जमीन का बंटवारा किया जाए 

> जब जमीन दान के रुप में किसी संस्था को दी जाए 

> जब जमीन को किसी कारण से गवर्नमेंट ले ले

तो यह है कुछ प्रमुख परिस्थितियां हैं जिनमें नामांतरण करवाने की जरूरत पड़ती है।


नामांतरण कैसे करवाया जाता है ?

अगर आप यह सोच रहे हैं कि जमीन का नामांतरण करवाने के लिए क्या करना पड़ता है ? तो हम आपको बताना चाहेंगे कि जब भी आपको किसी जमीन का नामांतरण करवाना हो तो इसके लिए आपको अपने एरिया के पटवार/पटवारी से संपर्क करना पड़ेगा। अगर जमीन किसी दूसरे गांव में हैं तो आपको उस गांव के पटवार/पटवारी से संपर्क करना पड़ेगा।

पटवारी आपसे आपके और जमीन से संबंधित कागजात मांगेगा। आप उनकी फोटो कॉपी पटवारी के पास जमा करवाएं, वह आपके नामांतरण की प्रोसेस को आगे बढ़ाते हुए तहसीलदार तक आपका आवेदन फॉर्म पहुंचाएगा। उसके बाद जब तहसीलदार नामांतरण को अप्रूव कर देता है तो उसके बाद नामांतरण की प्रक्रिया संपूर्ण हो जाती है और जमीन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास स्थानांतरित हो जाती है।

दोस्तों Namantaran ka matlab kya hota hai in hindi ? अभी आप अच्छे से जान गए होंगे। अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं। इसके अलावा अगर आप ऐसे ही किसी अन्य शब्द के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं। 

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